tag:blogger.com,1999:blog-1456102537090837255.post3804309623415617225..comments2023-05-16T08:34:07.275-07:00Comments on या मेरा डर लौटेगा: क्या तुम्हारे शहर में भी है एक नदी..Pawan Nishanthttp://www.blogger.com/profile/00539660022292238801noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1456102537090837255.post-61324702500270897612008-09-19T21:56:00.000-07:002008-09-19T21:56:00.000-07:00बहुत अछा आलेख है...पढ़कर अच्छा लगा...बहुत अछा आलेख है...पढ़कर अच्छा लगा...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1456102537090837255.post-3184538773220265412008-09-19T15:12:00.000-07:002008-09-19T15:12:00.000-07:00बहुत बढ़िया आलेख! हम भी माँ नर्मदा के साये में रहते...बहुत बढ़िया आलेख! हम भी माँ नर्मदा के साये में रहते हैं हालांकि सम्प्रति की वजह से देश से बाहर हैं पर आंचल की छांव का अहसास जिन्दा है.<BR/><BR/>वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.<BR/><BR/>डेश बोर्ड से सेटिंग में जायें फिर सेटिंग से कमेंट में और सबसे नीचे- शो वर्ड वेरीफिकेशन में ’नहीं’ चुन लें, बस!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1456102537090837255.post-27482740323924218422008-09-19T14:42:00.000-07:002008-09-19T14:42:00.000-07:00पवन जी,नमस्कार !!!अपने शहर मथुरा के किसी ब्लागर को...पवन जी,<BR/>नमस्कार !!!<BR/>अपने शहर मथुरा के किसी ब्लागर को पढकर बहुत खुशी हो रही है । मैं अपने शोधकार्य के चलते देश से बाहर हूँ लेकिन मेरे माता-पिता मथुरा में ही राधा नगर (कृष्णा नगर के सामने) में रहते हैं । पिताजी बैंक आफ़ बडौदा, कोतवाली रोड शाखा में कार्यरत हैं ।<BR/><BR/>आपके बारे में अन्य जानकारी का इन्तजार रहेगा और अब तो आपके ब्लाग पर आना जाना बना रहेगा ।<BR/><BR/>कृपया हो सके को वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा ले, टिप्पणी करने में असुविधा होती है ।Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.com