उसका मकसद क्या है
उसकी इच्छाएं इतनी उड़ान क्यों भरती हैं
और उसके सपने किस घर जाते हैं
उसे हर चीज के प्रतिबिम्ब दिखाए गए
उसे उसके जीवन जीने के ढंग के
बारे में लिया गया एक साक्षात्कार
और समुद्र के पार एक बस्ती दिखायी गयी
यहां वह अपना घर बसा सकती थी
समुद्र ज्वार-भाटों से ऊपर उठ गया था
लहरें मुहं चुराकर छिप गयीं थीं
उसके सीने में
मछलियों ने बनाया था एक पुल
और उसकी वनस्पतियों ने
उपज कर दिखाया था किसी के
जिस्म पर पहली बार
सुखद जीवन का गणित हल करने को
खंगाला गया था बीज गणित
त्रिकोणमितीय के जरिए किया गया
आने वाली आपदाओं का दिशा बोध
और विवेक बना रहे बुरे समय में
इसके लिए एक प्राथर्ना पत्र
पहले ही ठोंक दिया गया था ईश्वर की मेज पर
उसे अपनी गरीबी में भी दी गयीं भेंट
साक्ष्य के लिए पुस्तकालयों में जाकर
पढ़ाए गए शास्त्र वेद पुराण
रचना कर्म के लिए कई बार
बुक कराए गए प्रायः मंहगे होटल
उसने कहा था-पहाड़ पर दौड़ने के बाद
शरीर का शिथिल होना आवश्यक है
यकायक क्यों निष्ठुर हुए उसके निर्णय
उसके सपनों को किस बस्ती में घर मिल गया
और उसके मकसद
बहुत दूर जाकर ही
क्यों हुए झंकृत
पहाड़ पर वह बहुत याद आती है
और पहाड़ से नीचे तो भुलायी ही नहीं जाती
The worldwide economic crisis and Brexit
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Brexit is a product of the worldwide economic recession, and is a step
towards extreme nationalism, growth in right wing politics, and fascism.
What is t...
8 वर्ष पहले
1 टिप्पणी:
पवन जी,
समुद्र ज्वार-भाटों से ऊपर उठ गया था
लहरें मुहं चुराकर छिप गयीं थीं
उसके सीने में
मछलियों ने बनाया था एक पुल
और उसकी वनस्पतियों ने
उपज कर दिखाया था किसी के
जिस्म पर पहली बार
आप कवि हैं जनाब, क्या कह दिया आपने अपने इन चार पंक्तियों मे, गजब का लिखा है आपने।
जारी रखें। - शम्भु चौधरी
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